आज रात नोबजे से हि सीने में दर्द हो २हा है , खासीं के साथ ये और भ़ी तेज हो जाता हैं , घर पे अकेला हुँ .. ये बात डरा रही है ,
अजीब अजीब ख्याल आ रहे है इसी डर की वजह से ,
वैसे झस बात का कतई डर नहीं है कि शुबह जीन्दा रहुगां या नहीं पर ये बात डरा २ही है कि इस वक्त मेरे पास कोई नहीं है जीससे में बात भी कर सकु ...।
सच में आज पता चला की अकेला होना कितना डराता है जय श्री राम
शनिवार, 9 नवंबर 2019
डर
शुक्रवार, 6 सितंबर 2019
गुरुवार, 5 सितंबर 2019
मंगलवार, 11 जून 2019
गुरुवार, 2 मई 2019
मेरे लिए
अ जिन्दगी तेरा ख्याल हि
गुनाह हो गया हैं
अब तो मेरे लिए ,
जमाना
हसरत-ऐ -मासूक रखता है ,
यहाँ दिदार-ऐ-मासूक भी
मुमकिन नहीं
अब तो मेरे लिए...😢
शनिवार, 23 फ़रवरी 2019
तेवर
चल अ जिन्दगी
कुछ और
हि फलसफे गढत़े हैं ,
जो अपने होने का
दम्भ भराते थे,
उन्होने तो
अपने तेवर दिखा ही दिये...!
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