शनिवार, 9 नवंबर 2019

डर

आज रात नोबजे से हि सीने में दर्द हो २हा है , खासीं के साथ ये और भ़ी तेज हो जाता हैं , घर पे अकेला हुँ .. ये बात डरा रही है ,
अजीब अजीब ख्याल आ रहे है इसी डर की वजह से ,
वैसे झस बात का कतई डर नहीं है कि शुबह जीन्दा रहुगां या नहीं पर ये बात डरा २ही है कि इस वक्त मेरे पास कोई नहीं है जीससे में बात भी कर सकु ...।
सच में आज पता चला की अकेला होना कितना डराता है           जय श्री राम