जिन्दगी
सोमवार, 6 नवंबर 2017
फिजा
चंद पत्ते
टूटे तो सोचा
फिज़ा छा गई
अब
बगिया वीरान हैं
तो सोचते हैं
पतझड़ अभी बाकी हैं ....
2 टिप्पणियां:
CM Lotwara Restaurant
21 मार्च 2019 को 7:10 am बजे
Supper
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Gopal singh
28 फ़रवरी 2020 को 8:04 am बजे
Gud
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Supper
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