जिन्दगी
बुधवार, 29 अगस्त 2018
आजकल
अ
फल
क
दिल-ऐ-शकुन कि
कुछ और हि तदबीर कर ,
तेरे अपने तो
सब आजकल
सियासत में मशगुल हैं...!
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